Here is the another writing. Its about today's most common issue, difference of opinion. Have an opinion and be okay with "difference of opinion".
आओ बेमतलब के ये किस्से आज ख़तम करें
तुम भी हमको माफ़ करो और हम भी तुमको माफ़ करें
दो पल की ही तो है तो है ये इक छोटी सी ज़िंदगानी
क्यूँ ढोते फिरते हो फिर रंजिशों की ये अनगिनत कहानी
कुछ कमियां हम में हैं तो
कुछ कमियां तुम में रही ही होंगी
सही कहा है, इक म्यान में दो तलवारे भला कैसे रहें
म्यान को थोड़ा बड़ा करो, जिससे दोनों का भला रहे
ज्यादा नहीं तो थोड़ा ही, कभी तुम भी मैं बन जाना
मैं भी तुम बन जाऊँगी क्यूंकि ज़रूरी है ये भेद मिटाना
बैर नहीं है ये आपस का
मतभेद है सिर्फ विचारों का
ग़र ये सच्चाई देख सको तो
उपाय भी इसका तुम पाओगे
कठिन नहीं है मतभेदों को भुला कर
आगे बढ़ जाना
बस तुम भी थोड़ा झुक जाओ
और हम भी थोड़ा झुक जाएँ
nice
ReplyDeletethankyou :)
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