ज़िन्दगी का एक फलसफा हमेशा याद रखना,
जिस दिन आपको लोगों की बातों का असर होना बंद हो जाएँ.
समझिये की आप सफल हो गए हैं.
उन लोगों से खासी मोहब्बत है मुझे, जो खुद के गिरेबाँ में झाँकने से पहले.
दूसरे के गिरेबाँ की तरफ इशारा करते हैं.
अजी, हुनर चाहिए, और जिगर भी, खुद से पहले दुसरो को रखने मे.
एक दूसरे की प्रतियां बनना चाहते हैं तो बेशक बनिए.
आसान भी तो यही है न.
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